कैंसर ने मां को छिना, फिर भी बॉडी बिल्डिंग में बनाई पहचान
Cancer took away his mother, yet he made a name for himself in bodybuilding

अबूझमाड़। बॉडी बिल्डिंग का इंटरनेशनल कॉम्पिटिशन दिल्ली में मई में होना है। इसमें हिस्सा लेने के लिए छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ की खुशबू नाग भी हिस्सा लेंगी। खुशबू इसकी तैयारी में जुटी है। खुशबू आदिवासी अंचल की बेटियों के लिए प्रेरणा बनकर उभरी हैं। वे फिलहाल नारायणपुर के सिटी नाइट जिम में ट्रेनर के रूप में काम कर रही हैं। वर्तमान में वे इस आदिवासी अंचल की युवतियों को बॉडी फिटनेस की ट्रेनिंग भी दे रही हैं और जल्द ही दिल्ली में शेरू क्लासिक द्वारा आयोजित होने वाले बॉडी बिल्डिंग चैंपियनशिप में खेलने की तैयारी कर रही है। इससे पहले उन्होंने दुर्ग के एक जिम में भी ट्रेनिंग दी थी। खुशबू नाग की शुरुआती पढ़ाई सरस्वती शिशु मंदिर से बेहबेड़ा गांव में हुई। इसके बाद उन्होंने नारायणपुर स्थित आत्मानंद कॉलेज से बीएससी की डिग्री हासिल की। पढ़ाई के साथ ही उनका फिटनेस के प्रति जुनून लगातार बढ़ता गया। खुशबू के पिता एक साधारण कारपेंटर हैं। उनकी आर्थिक स्थिति बेहद सामान्य रही है, लेकिन उन्होंने कभी अपनी बेटी के सपनों को छोटा नहीं समझा। परिवार के दो भाइयों का भी खुशबू के सफर में मजबूत समर्थन रहा।साल 2019 खुशबू के जीवन का सबसे कठिन दौर लेकर आया। उनकी मां का कैंसर से निधन हो गया। खुशबू इस गहरे सदमे से टूट गई और अवसाद में चली गई। यह वह समय था जब उनके भाई ने उन्हें सलाह दी कि वे खुद को फिटनेस के जरिए मजबूत बनाएं। जिम में कदम रखते ही खुशबू को एक नई राह दिखी। खुद को बेहतर बनाने की चाहत ने धीरे-धीरे उन्हें फिटनेस के प्रति गंभीर कर दिया। इसी दौरान उनके कोच दिलीप यादव ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और उन्हें प्रोफेशनल बॉडी बिल्डिंग में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित किया।