बजाज फाइनेंस कंपनी के एजेंट ने की ग्राहक से लाखों की ठगी
Bajaj Finance Company agent duped customer of lakhs of rupees

भिलाई: बजाज फाइनेंस कंपनी के एजेंट ने धोखाधड़ी कर अपने ही ग्राहक को लाखों रुपये का चूना लगा दिया। एजेंट ने ग्राहक का मोबाइल फोन मांगकर उसकी फेस आइडी से अलग-अलग लोन एप के माध्यम से करीब 1 लाख 78 हजार रुपये लोन निकाल लिया। उसने इस राशि को मोबाइल के माध्यम से अपने खाते में ट्रांसफार्मर करवा लिया। खुर्सीपार थाना पुलिस ने एजेंट के खिलाफ बीएनएस की धारा 318(4) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर मामले की विवेचना शुरू कर दी है। खुर्सीपार के एकता नगर निवासी प्रार्थी राजा बाबू शर्मा ने थाने में घटना की शिकायत की है। प्रार्थी ने अपनी शिकायत में बताया है कि वह ट्रक की बॉडी बनाने वाले गैराज में मजदूरी का काम करता है। उसे पैसे की जरूरत पड़ने पर उसने लोन लेने के लिए बजाज फायनेस कंपनी में फोन के माध्यम से पता किया। प्रार्थी ने बताया कि उसने चंद्रा मौर्या टाकीज के निकट स्थित बजाज फायनेंस कंपनी के लोन डिपाटमेंट में काम करने वाले घनश्याम साहू से फोन पर बात की। घनश्याम साहू 29 सितंबर 2014 को प्रार्थी के घर पहुंचा और उसे एक लाख रुपये लोन दिलाने की बात कही। 29 सितंबर 2024 को घनश्याम साहू ने उसे 1 लाख 60 हजार का लोन दिलाया और प्रार्थी के मोबाइल में मैसेज भेज दिया। राशि आने के बाद जब राजाबाबू ने कहा कि उसे सिर्फ लाख की जरूरत है तो 60 हजार ज्यादा क्यों दिलवाया। इस पर घनश्याम ने कहा कि 60 हजार उसके खाते में ट्रांसफर कर दे तो उसकी किश्तें वह चुका देगा। आरोपी घनश्याम की बातों में आकर राजाबाबू ने उसके खाते में 60 हजार ट्रांसफर कर दिए। पैसे लेने के बाद घनश्याम ने लोन की किश्तें नहीं चुकाई जिसके कारण ओवर ड्यू हो गया। जब रिकवरी के लिए राजाबाबू के पास फोन आया तो उसने घनश्याम से पूछा तो उसने टाल मटोल कर दिया और आज कल में रुपये देने की बात करने लगा। इसके बाद एजेंट घनश्याम एक दिन राजा बाबू के घर आया और कहने लगा कि वह बकाया रकम उसकी खाते में जमा कर देगा। राजा बाबू के घर पहुंचे घनश्याम ने उसका मोबाइल लिया और धोखे में रखकर फेस आइडी ले ली। फेस आइडी को उसने लोन एप रिंग पे, लोन एप एम पाकेट, लोन एप मनी वियर और लोन एप ओली में इस्तेमाल कर इन्सेंट लोन ले लिया। उसने अलग -अलग ऐप से क्रमशः 60000, 20000, 50000, 48000 रुपये लोन ले लिया। इस तरह उसने राजाबाबू को धोखे में रखकर 1 लाख 78 हजार की चपत लगा दी। साथ ही पहले के 60 हजार भी नहीं चुकाए।