छत्तीसगढ़

गुलमोहर पेड़ के नीचे लगी मुख्यमंत्री की चौपाल: सारंगढ़-बिलाइगढ़ जिले के ग्राम कनकबीरा में उतरा मुख्यमंत्री का उड़नखटोला

Chief Minister's Chaupal held under Gulmohar tree: Chief Minister's flying machine landed in village Kanakbira of Sarangarh-Bilaigarh district

आम ग्रामीणों से आत्मीयता के साथ किया संवाद: नाले में पुलिया निर्माण, मंगल भवन, कन्या छात्रावास और पंचायत भवन की घोषणा

 रायपुर । सुशासन तिहार के अंतिम चरण के अंतर्गत आज मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का हेलीकॉप्टर सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के ग्राम कनकबीरा में उतरा। उन्होंने प्री-मैट्रिक बालक छात्रावास परिसर के पास गुलमोहर पेड़ के नीचे अपनी चौपाल लगाई और योजनाओं की जानकारी लेते हुए आम ग्रामीणों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि आप लोगों से मिलने का अवसर मिला। आज आप सभी से मिलकर खुद को परिवार के बीच होने जैसा महसूस कर रहा हूँ।

मुख्यमंत्री श्री साय ने सुशासन तिहार की सार्थकता को बताते हुए कहा कि पहले चरण में आवेदन लिए गए, दूसरे चरण में उन पर कार्यवाही हुई और अब तीसरे चरण में सरकार आपके गांव में पहुंची है। हमने बीते डेढ़ वर्षों में जनता के हित में कार्य किया है। सुशासन तिहार हमारा रिपोर्ट कार्ड भी है और सरकार द्वारा किए गए कार्यों का मूल्यांकन करने का अवसर भी। इसके माध्यम से हम जनकल्याणकारी योजनाओं के धरातल पर क्रियान्वयन की स्थिति जान रहे हैं। हमारे अलावा मंत्री, सांसद, विधायक, मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी सुशासन तिहार में शामिल हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने शपथ लेते ही प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी के तहत  कैबिनेट में 18 लाख प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जरूरतमंदों को आवास मिलेगा, ‘आवास प्लस’ में जिनका नाम है, उन्हें भी आवास दिया जाएगा। हमने किसानों से किया गया वादा निभाते हुए 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदी की। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि 70 लाख से अधिक महिलाओं को ‘महतारी वंदन योजना’ की राशि सीधे उनके खातों में देकर आर्थिक समृद्धि और महिला सशक्तिकरण का द्वार खोला गया है। जो लाभार्थी अभी वंचित हैं, उन्हें भी जोड़ा जाएगा। तेंदूपत्ता संग्रहण की दर को 4000 रुपये से बढ़ाकर 5500 रुपये किया गया है। रामलला दर्शन योजना प्रारंभ कर हितग्राहियों को अयोध्या दर्शन कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री तीर्थ योजना को पुनः शुरू कर इच्छुक परिवारों को अपने पसंद के तीर्थस्थल तक जाने की सुविधा दी जा रही है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि 24 अप्रैल से ग्राम पंचायतों में अटल डिजिटल सेवा केंद्र शुरू किए गए हैं। इससे ग्रामीणों को गांव में ही बैंकिंग व अन्य सेवाओं की सुविधा मिलेगी। अभी यह सेवा 1460 पंचायतों में शुरू की गई है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि सरकार तकनीक के उपयोग से भ्रष्टाचार के सभी रास्ते बंद कर रही है। रजिस्ट्री के साथ नामांतरण की प्रक्रिया को सरल किया गया है। पीएससी भर्ती में गड़बड़ी की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की गई है और आने वाले समय में निष्पक्ष व पारदर्शी तरीकों से नई भर्ती होगी।

संवाद के माध्यम से परखी योजनाओं की हकीकत

ग्राम कनकबीरा में अचानक पहुंचे मुख्यमंत्री श्री साय ने ग्रामीणों से छत्तीसगढ़ी में संवाद किया। मुख्यमंत्री ने बिजली व्यवस्था, राशन वितरण और महतारी वंदन योजना की राशि के संबंध में हितग्राहियों से जानकारी ली। जल जीवन मिशन के तहत पेयजल आपूर्ति की स्थिति पर भी बात की। उन्होंने किसानों को धान के साथ-साथ मक्का, उड़द, मूंग आदि लाभकारी फसलें लेने को प्रेरित किया।

मंगल भवन, कन्या छात्रावास और पंचायत भवन की घोषणा

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कनकबीरा के आश्रित ग्राम नरगीखोल-लात नाले पर पुलिया, कनकबीरा में मंगल भवन और कन्या छात्रावास, तथा गोड़म में पंचायत भवन के निर्माण की घोषणा की।

सारंगढ़ के पूर्व विधायक को अपने पास बिठाया

ग्राम कनकबीरा में चौपाल के दौरान मुख्यमंत्री श्री साय की नजर नीचे बैठे पूर्व विधायक श्री शमशेर सिंह पर पड़ी। उन्होंने उन्हें आत्मीयता से पास बुलाया और कुर्सी पर बैठाया। बातचीत में पूर्व विधायक ने बताया कि वे क्षेत्र में समाज सेवा और मंदिर निर्माण कार्य कर रहे हैं।

85 वर्षीय भागीरथी साहू को भेंट किया अपना साफा

85 वर्षीय भागीरथी साहू, जो लाठी के सहारे चौपाल तक पहुँचे थे, मुख्यमंत्री की बातों को ध्यानपूर्वक सुनते रहे। मुख्यमंत्री ने उनसे आत्मीयता से भेंट की और जाते समय अपना साफा उनके गले में डालकर सम्मान प्रकट किया।

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कनकबीरा में दुर्गा मंदिर में पूजा-अर्चना की और समस्त प्रदेशवासियों की समृद्धि, सुख-शांति और उत्तम स्वास्थ्य की कामना की। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि सरकार हर जरूरतमंद के साथ खड़ी है, और जनकल्याण ही सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

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