छत्तीसगढ़
दरस राम सोनी आबकारी उप निरीक्षक पद से सेवा निवृत्त वर्षों की ईमानदारी, समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा का हुआ सम्मान
Dars Ram Soni retired from the post of Excise Sub Inspector and was honored for his years of honesty, dedication and commitment


महासमुंद : आबकारी विभाग के उप निरीक्षक पद पर कार्यरत रहे दरस राम सोनी सोमवार 30 जून 2025 को अपने पद से सम्मानपूर्वक सेवा निवृत्त हो गए। अपने पूरे सेवाकाल में उन्होंने विभागीय मर्यादाओं का पूरी निष्ठा और ईमानदारी से पालन करते हुए अपने कार्यों की ऐसी छाप छोड़ी जो आने वाले समय तक उदाहरण के रूप में याद की जाएगी।
40 वर्षों की सेवा – समर्पण की मिसाल
श्री सोनी ने विभाग में अपनी सेवा की शुरुआत एक सामान्य पद से की थी, लेकिन अपने मेहनती स्वभाव, सख्त अनुशासन और निष्पक्ष कार्यशैली के चलते वे शीघ्र ही वरिष्ठ अधिकारियों के विश्वासपात्र बन गए। आबकारी निरीक्षक के रूप में उन्होंने न केवल कानून और व्यवस्था के पालन में अपनी दृढ़ भूमिका निभाई, बल्कि आमजन और व्यापारियों के बीच भी संवाद की एक सकारात्मक कड़ी बनाए रखी।
उनकी कार्यप्रणाली में पारदर्शिता और सटीकता प्रमुख रही। अवैध मदिरा के विरुद्ध की गई उनकी कार्रवाइयों ने विभाग को कई बार उल्लेखनीय सफलता दिलाई। विशेष अवसरों और त्योहारों के समय उनकी निगरानी व्यवस्था और समयबद्ध योजनाएं सराहनीय रही हैं।
भावभीनी विदाई – सहकर्मियों की आंखें नम
सेवा निवृत्ति के अवसर पर आयोजित एक सादगीपूर्ण विदाई समारोह में उनके सहकर्मियों, अधिकारियों और विभागीय कर्मचारियों ने उन्हें फूलों और सम्मान पत्र भेंट कर भावभीनी विदाई दी। समारोह में वक्ताओं ने श्री सोनी के कार्यों को याद करते हुए कहा कि –
“दरस राम सोनी सिर्फ एक अधिकारी नहीं, बल्कि प्रेरणा के स्रोत रहे हैं। उनका मार्गदर्शन और अनुभव सदैव हमारी यादों में जीवित रहेगा।”
व्यक्तित्व जिसने सबको प्रभावित किया
श्री सोनी अपने सरल स्वभाव, समयबद्ध कार्य निष्पादन, और बिना किसी दिखावे के कर्तव्य के प्रति समर्पण के लिए जाने जाते रहे हैं। उन्होंने कभी भी अपने पद का दुरुपयोग नहीं किया और हमेशा सार्वजनिक सेवा को ही अपना धर्म माना।
सेवा निवृत्ति के बाद उन्होंने सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय रहने की इच्छा जताई है और कहा है कि,
“सरकारी सेवा जीवन का एक अध्याय था, लेकिन समाज सेवा का कार्य जीवन भर जारी रहेगा।”
दरस राम सोनी की सेवानिवृत्ति न केवल एक कर्मठ अधिकारी के कार्यकाल का समापन है, बल्कि उनके जैसे समर्पित अधिकारियों के योगदान की पुनः स्मृति भी है। विभाग उनके योगदान को हमेशा स्मरण करेगा।