श्री रामलला दर्शन योजना के अंतर्गत बिलासपुर संभाग के 850 श्रद्धालुओं का जत्था अयोध्या धाम के लिए हुआ रवाना
As many as 850 devotees of Bilaspur Division left for Ayodhya Dham under Shri Ramlala Darshan Yojana

पर्यटन मंडल अध्यक्ष एवं विधायकों ने दिखाया हरी झंडी
यह जत्था बिलासपुर रेलवे स्टेशन से चलने वाली विशेष ट्रेन के लिए रवाना किया गया। अयोध्या धाम जाने वाली इस विशेष ट्रेन को छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अध्यक्ष श्री नीलू शर्मा, विधायक सर्वश्री धरमजीत सिंह, धरमलाल कौशिक, सुशांत शुक्ला, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राजेश सूर्यवंशी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस विशेष ट्रेन में बिलासपुर संभाग के सभी आठ जिलों से कुल 850 श्रद्धालु शामिल है। जिसमें बिलासपुर जिले से 225, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही से 49, कोरबा जिले से 146, जांजगीर-चांपा से 187, मुंगेली से 64, रायगढ़ से 112, सक्ती से 37 एवं सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले से 30 श्रद्धालु शामिल है। श्रद्धालुओं में यात्रा को लेकर भारी उत्साह देखने को मिला। अयोध्या धाम की इस पावन यात्रा की उत्तम व्यवस्था के लिए श्रद्धालुओं ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के प्रति आभार जताया।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेशवासियों को उनके जीवनकाल में एक बार भगवान श्रीराम लला के अयोध्या धाम दर्शन कराने का संकल्प लिया गया था, जिसे मूर्त रूप देने के लिए 23 फरवरी 2024 को छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल एवं इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पाेरेशन के बीच एमओयू हस्ताक्षरित किया गया था।
इस योजना का विधिवत शुभारंभ 5 मार्च 2024 को रायपुर रेलवे स्टेशन से विशेष ट्रेन को मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय द्वारा वरिष्ठ मंत्रियों व जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में हरी झंडी दिखाकर किया गया था। वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक लगभग 22,100 श्रद्धालु अयोध्या धाम के दर्शन का लाभ प्राप्त कर चुके हैं। योजना के अंतर्गत रायपुर, बिलासपुर, सरगुजा एवं बस्तर-दुर्ग (संयुक्त) संभागों के श्रद्धालुओं को अयोध्या धाम ले जाने के लिए साप्ताहिक विशेष ट्रेनें नियमित रूप से संचालित की जा रही हैं।
इस योजना के तहत शासन द्वारा यात्रियों को पूर्णतः निःशुल्क यात्रा, खानपान एवं सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं, जिससे यह यात्रा सुगम, सुरक्षित और सुखद बन सके। यह योजना श्रद्धा, सेवा और सुशासन का अद्वितीय संगम है, जो प्रदेशवासियों को रामभक्ति से जोड़ने का एक प्रेरणादायक माध्यम बन चुकी है।