डेयरी उद्यमिता विकास योजना से सुखसागर की जिंदगी में आया बदलाव
Dairy Entrepreneurship Development Scheme brought a change in Sukhsagar's life

अनुदान लेकर उन्नत नस्ल की जर्सी एवं साहीवाल गाय खरीदा
प्रतिदिन 16 से 18 लीटर तक हो रहा दूध उत्पादन
सुख सागर को प्रतिमाह 30 हजार रुपए तक हो रहा आमदनी
सुखसागर यादव को राज्य पोषित डेयरी उद्यमिता विकास योजना से 70 हजार रुपये का अनुदान मिला। इसके सहारे उन्होंने एक उन्नत नस्ल की जर्सी गाय और एक साहीवाल क्रॉस गाय खरीदी। पहले उनके पास सिर्फ एक देसी गाय थी, जो प्रतिदिन लगभग 1 लीटर दूध देती थी और उसका उपयोग केवल घरेलू जरूरतों तक सीमित था। उस समय पशुपालन से कोई अतिरिक्त आमदनी नहीं होती थी।
लेकिन योजना का लाभ लेने के बाद अब उनके पास रोजाना 16 से 18 लीटर दूध का उत्पादन हो रहा है। दूध बेचकर उन्हें हर महीने 25 से 30 हजार रुपये तक की आमदनी हो रही है। साथ ही राष्ट्रीय कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम से नस्ल सुधार का भी लाभ उन्हें मिला है। इसके परिणामस्वरूप उन्नत नस्ल की बछिया और बछड़ा पैदा हुआ हैं।
पशुधन विकास विभाग द्वारा सुखसागर की गायों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण, कृमिनाशक दवाओं और मिनरल मिक्सचर की सुविधा के साथ बीमा सुविधा भी दी जा रही है। तकनीकी मार्गदर्शन भी समय-समय पर उपलब्ध कराया जाता है।
इस योजना से सुखसागर की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है और वे आज एक सफल डेयरी उद्यमी के रूप में माना जा रहा है।