राष्ट्रगीत वंदे मातरम के 150 वर्ष पूर्ण होने पर छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल में देशभक्तिमय हुआ वातावरण, राष्ट्रगीत का हुआ सामूहिक गायन
On the completion of 150 years of the national song Vande Mataram, the atmosphere in Chhattisgarh Tourism Board became patriotic and the national song was sung collectively.

रायपुर । राष्ट्रगीत वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर आज प्रातः 10 बजे छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के मुख्यालय में विशेष आयोजन हुआ। इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के लाइव प्रसारण के माध्यम से राष्ट्रगीत का सामूहिक गायन किया गया। पूरा परिसर देशभक्ति और उत्साह के वातावरण से गूंज उठा। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के उद्बोधन का सीधा प्रसारण देखा गया, जिसमें उन्होंने राष्ट्रगीत के 150 वर्ष पूर्ण होने पर इसे “मां भारती की आराधना और राष्ट्र की आत्मा की अभिव्यक्ति” बताया।
महाप्रबंधक श्री वेदव्रत सिरमौर ने अपने संबोधन में कहा कि वंदे मातरम केवल एक गीत नहीं, बल्कि यह भारत माता की आराधना और राष्ट्र की आत्मा का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “यह गीत हमारे स्वाधीनता संग्राम का प्रेरणास्रोत रहा है और आज भी देश की एकता, अखंडता तथा सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक बना हुआ है। हमें गर्व है कि हम इस ऐतिहासिक अवसर पर अपने राष्ट्रगीत को सामूहिक रूप से गाकर न केवल अपनी मातृभूमि के प्रति श्रद्धा प्रकट कर रहे हैं, बल्कि नई पीढ़ी में देशभक्ति की भावना भी संचारित कर रहे हैं।”
कार्यक्रम में पर्यटन मंडल के महाप्रबंधक श्री वेदव्रत सिरमौर, उपमहाप्रबंधक श्रीमती पूनम शर्मा, श्रीमती अनुराधा दुबे सहित समस्त अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में वंदे मातरम का गायन कर मातृभूमि के प्रति अपनी श्रद्धा और एकता का संदेश दिया।
छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के कार्यालय में देशभक्ति गीतों और नारों की गूंज के बीच वंदे मातरम वर्ष के शुभारंभ का यह समारोह राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक बन गया। समारोह में उपस्थित सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने इस अवसर को ऐतिहासिक और प्रेरणादायी बताया।




