छत्तीसगढ़

विश्व मधुमेह दिवस पर विशेष : राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक के दौरान विभाग के अधिकारीयों/ कर्मचारियों की की गई एन सी डी स्क्रीनिंग

Special on World Diabetes Day: NCD screening of department officials/employees done during state level review meeting

“स्वस्थ जीवनशैली ही सर्वोत्तम औषधि” — सचिव, स्वास्थ्य

सात माह में राज्य में 38 लाख से अधिक मधुमेह तथा 37 लाख से अधिक नागरिकों की रक्तचाप जांच

रायपुर । विश्व मधुमेह दिवस के पूर्व सर्किट हाउस, रायपुर में आयोजित दो दिवसीय राज्य स्तरीय स्वास्थ्य समीक्षा बैठक के दौरान सचिव स्वास्थ्य श्री अमित कटारिया के निर्देशन में गैर-संचारी रोग (एनसीडी) स्क्रीनिंग शिविर का आयोजन किया गया। इस पहल का उद्देश्य स्वास्थ्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों में गैर-संचारी रोगों की शीघ्र पहचान, रोकथाम तथा नियमित स्वास्थ्य जांच के महत्व के प्रति जागरूकता बढ़ाना था।

तेजी से बदलती जीवनशैली और असंतुलित खानपान की प्रवृत्तियों के कारण मधुमेह आज केवल एक व्यक्तिगत स्वास्थ्य समस्या नहीं, बल्कि समाज के लिए गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती बन चुका है। इस संदर्भ में छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से “अपने स्वास्थ्य के प्रहरी बनने” का आह्वान किया है।

शिविर में संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं, छत्तीसगढ़ तथा जिला स्वास्थ्य टीम, रायपुर के संयुक्त सहयोग से सभी संभागों के संयुक्त संचालक, कार्यक्रमों के उप संचालक, नोडल अधिकारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन, जिला कार्यक्रम प्रबंधक एवं अस्पताल सलाहकारों की स्वास्थ्य जांच की गई। कुल 110 प्रतिभागियों की स्क्रीनिंग के दौरान 41 व्यक्तियों में उच्च रक्तचाप तथा 9 व्यक्तियों में उच्च रक्त शर्करा स्तर दर्ज किया गया।

सचिव श्री कटारिया ने कहा कि “स्वस्थ नागरिक ही स्वस्थ राज्य की नींव हैं।” उन्होंने अधिकारियों से अपेक्षा की कि वे स्वयं की नियमित स्वास्थ्य जांच कर प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत करें तथा फील्ड स्तर पर नागरिकों को संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, तनाव नियंत्रण और नशामुक्त जीवनशैली अपनाने हेतु प्रेरित करें।

राज्य में गैर-संचारी रोगों की रोकथाम हेतु समुदाय स्तर तक ‘स्क्रीनिंग से सेवा तक’ की एकीकृत व्यवस्था विकसित की गई है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर जिला अस्पतालों तक जांच, औषधि वितरण और परामर्श सेवाएं नियमित रूप से संचालित की जा रही हैं।

राष्ट्रीय एनसीडी पोर्टल के आंकड़ों के अनुसार वित्तीय वर्ष 2025-26 में अक्टूबर माह तक राज्य में 38,61,980 नागरिकों की मधुमेह तथा 37,76,077 नागरिकों की रक्तचाप जांच की जा चुकी है। इनमें से 6,88,753 मधुमेह और 11,82,409 उच्च रक्तचाप के रोगियों की पहचान कर उन्हें उपचार, परामर्श एवं नियमित फॉलोअप सेवाएं प्रदान की जा रही हैं।

स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य है कि प्रत्येक नागरिक अपने स्वास्थ्य का संरक्षक बने — नियमित जांच कराएं, संतुलित जीवनशैली अपनाएं और रोगों से एक कदम आगे रहें।

विश्व मधुमेह दिवस पर स्वास्थ्य विभाग का संदेश स्पष्ट है —
“अपने स्वास्थ्य के प्रहरी बनें, नियमित जांच कराएं और स्वस्थ जीवन की दिशा में कदम बढ़ाएं।”

Related Articles

Back to top button