स्कूलों में नहीं हो रही योगा और फिजिकल एजुकेशन की पढ़ाई
Yoga and physical education are not being taught in schools

रायपुर : प्रदेश के स्कूलों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के प्रावधानों का उल्लंघन हो रहा है, विशेषकर योग और शारीरिक शिक्षा (फिजिकल एजुकेशन) के क्षेत्र में। यह चिंताजनक है कि स्कूलों में योग की किताबें उपलब्ध होने के बावजूद, उन्हें पढ़ाने के लिए प्रशिक्षित शिक्षकों की कमी है। इस गंभीर स्थिति पर स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाने को लेकर प्रश्नचिन्ह खड़े कर दिए हैं। बता दें कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को अत्यधिक महत्व देती है और योग को फिजिकल एजुकेशन के अंतर्गत शामिल करती है, लेकिन छत्तीसगढ़ के स्कूलों में इस दिशा में लापरवाही देखी जा रही है। जानकारी के अनुसार, स्कूलों में योग की पुस्तकें तो हैं, लेकिन उन्हें पढ़ाने के लिए प्रशिक्षित योग शिक्षकों की कमी है। इसके अलावा, फिजिकल एजुकेशन के लिए स्कूलों की समय-सारिणी में न तो कोई विशिष्ट पीरियड निर्धारित है और न ही इसके लिए पर्याप्त समय दिया जा रहा है।