रानी अहिल्याबाई नारी सशक्तिकरण की जीवंत प्रतीक: मंत्री राजवाड़े
Queen Ahilyabai is a living symbol of women empowerment: Minister Rajwada

रानी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में नारी सशक्तिकरण और सेवा भावना पर हुआ मंथन
श्रीमती राजवाड़े ने कहा कि रानी अहिल्याबाई होल्कर ने कभी भी हिम्मत नहीं हारी और हमेशा अपनी प्रजा की भलाई के लिए समर्पित रहीं। उन्होंने जल संकट से निपटने के लिए तालाब खुदवाए, निर्धनों की सहायता की और शासन को सेवा का माध्यम बनाया। उन्होंने शत्रुओं का डटकर सामना किया और अपने शासन में न्याय, धर्म और जनसेवा को सर्वाेपरि रखा।
मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने यह भी कहा कि रानी अहिल्याबाई ने स्त्रियों को समाज में निर्णय लेने का अधिकार दिया और विधवाओं एवं वंचित वर्ग की महिलाओं की शिक्षा को प्रोत्साहित किया। उन्होंने अपने जीवन से यह संदेश दिया कि स्त्री केवल सहनशीलता की प्रतीक नहीं, बल्कि नेतृत्व, चेतना और परिवर्तन की वाहक भी है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय भी रानी अहिल्याबाई की प्रेरणा से समाज और राष्ट्र के कल्याण के लिए कार्य कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि रानी अहिल्याबाई ने यह भलीभांति समझा था कि समाज की प्रगति महिलाओं की भागीदारी और शिक्षा के बिना संभव नहीं है।
इस अवसर पर सम्मान समारोह का भी आयोजन किया गया, जिसमें जय दुर्गा स्वसहायता समूह को डोर टू डोर कचरा संग्रहण और स्वच्छ भारत मिशन में योगदान के लिए प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन में अपने योगदान के लिए श्रीमती माधुरी भंडारी को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की कार्यकर्ताओं को भी सम्मानित किया गया। श्रीमती राजवाड़े ने भटगांव स्थित सांस्कृतिक भवन में आयोजित त्रिशताब्दी समारोह में भी भाग लिया।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथियों के रूप में जिले के गणमान्य नागरिकगण, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती चन्द्रमणि पैंकरा, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती रेखा राजवाड़े, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती नयन सिदार, श्रीमती कुसुम सिंह, श्री भीमसेन अग्रवाल,रेड क्रॉस सोसाइटी के जिला अध्यक्ष बाबूलाल अग्रवाल,श्री मुरली मनोहर सोनी, जनप्रतिनिधिगण, अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे।