छत्तीसगढ़

युक्तियुक्तकरण से बदल रही वनांचल क्षेत्रों की तस्वीर

The picture of forest areas is changing due to rationalization

शिक्षक विहीन विद्यालयों में लौटने लगी है रौनक

वनांचल क्षेत्र में गणित एवं विज्ञान के शिक्षकों की पदस्थापना से पालकों और विधार्थियो में उत्साह का माहौल

रायपुर । मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देशानुसार राज्य में शिक्षा व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए शालाओं और शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण किया गया है। इस प्रक्रिया से जिले के कई ऐसे शालाएं जो शिक्षक विहीन थे, उनमें शिक्षकों की पदस्थापना हुई है, जिससे उनमें रौनक लौटने लगी है। युक्तियुक्तकरण के पूर्व कई स्कूलों में छात्रों की तुलना अधिक शिक्षक पदस्थ हैं, और कही छात्र अधिक हैं वहां शिक्षकों की कमी है, जिसके चलते शैक्षिक गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं। इस स्थिति को सुधारने के उद्देश्य ही प्रदेश सरकार द्वारा युक्तियुक्तकरण का कदम उठाया गया। युक्तियुक्तकरण से शिक्षक विहीन विद्यालयों में शिक्षकों की उपलब्धता के साथ ही एक ही परिसर में विद्यालय होने से आधारभूत संरचना मजबूत होगी। विकासखंड नगरी के अंतिम छोर में बसा नक्सल प्रभावित क्षेत्र के गांव एकावरी की शासकीय माध्यमिक शाला यहां कुल 19 बच्चे दर्ज है। इस माध्यमिक शाला में कक्षा छटवीं से आठवीं तक पढ़ने हेतु केवल एक शिक्षक पदस्थ थे। दूरस्थ वनांचल होने के कारण कोई शिक्षक वहां जाने में रूचि नहीं ले रहे थे। युक्तियुक्तकरण के तहत् इस शाला में एक विज्ञान एवं एक गणित शिक्षक की पदस्थापना की गयी है। इस पदस्थापना से गांव के पालक एवं विद्यार्थी बेहद खुश है।

इस प्रकार नगरी विकासखंड की शासकीय प्राथमिक शाला घोटगांव में 48 बच्चों को पढ़ाने हेतु स्कूल में 1 प्रधानपाठक और 2 शिक्षकों की नियुक्ति होनी चाहिए थी, किन्तु इस स्कूल में एक ही शिक्षक पदस्थ थे, वो भी प्रधनपाठक। एक मई को प्रधानपाठक की सेवानिवृत्त होने के कारण यह स्कूल शिक्षकविहीन श्रेणी में आ गया था। युक्तियुक्तकरण के तहत् एक प्रधान पाठक और एक शिक्षक की पदस्थापना इस स्कूल की गयी है। इसी प्रकार चचानवाही प्राथमिक शाला भी शिक्षक विहीन थी, इस स्कूल में प्रधानपाठक सहित दो शिक्षकों की नियुक्ति हुई है। जनभागिदारी समिति की सदस्य श्रीमती बिसरीबाई ने कहा कि स्कूल में शिक्षक उपलब्ध होने से बच्चों को बेहतर शिक्षा मिलेगी। हम शासन का धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने हमारे गांव के बच्चों के भविष्य को प्राथमिकता दी है। अब हमारे गांव के बच्चे अब बेहतर शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि स्कूलों में इस पहल के तहत शिक्षकों की कमी को दूर करने का सार्थक प्रयास किया जा रहा है। युक्तियुक्तकरण के लिए उन्होंने शासन को धन्यवाद भी ज्ञापित किया है।

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